मुंबई- बाबा सिद्दीकी मर्डर केस को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं. पता चला है कि एनसीपी नेता और महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी को मारने के लिए शूटर्स ने दो महीने पहले से तैयारी कर रखी थी. पुलिस सूत्रों के मुताबिक, शूटर्स ने बाबा सिद्दीकी और उनके परिवारवालों की पूरी रेकी करके रखी हुई थी.
सूत्रों के मुताबिक, पुलिस की पूछताछ में इन हमलावरों ने बताया कि उन्होंने बाबा सिद्दीकी के दफ्तर, उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर पर लगातार नजर रखने के साथ-साथ यह भी पता कर रखा था कि बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा में कितने पुलिसकर्मी तैनात रहते हैं और उनके साथ कितने लोग रहते हैं.
सुपारी किलिंग एंगल की हो रही जांच
जानकारी यह भी मिल रहे हैं कि ये शूटर कई दिनों से मुंबई में ही रह रहे थे. मुंबई क्राइम ब्रांच यह पता लगा रही है कि यहां इन शूटर्स की मदद कौन कर रहा था. क्या ये शूटर लोकल में किसी की मदद ले रहे थे या नहीं?
पुलिस सूत्रों ने कहा कि वे मामले में ‘कॉन्ट्रैक्ट’ यानी सुपारी किलिंग के एंगल की भी जांच कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें शक है कि मामले के मास्टरमाइंड ने हत्यारों को बिना टारगेट की पहचान बताए शूटआउट के लिए पैसे दिए थे.
बाबा सिद्दीकी की कैसे हुई हत्या
बाबा सिद्दीकी कांग्रेस के पुराने नेता रहे हैं. हालांकि इस साल फरवरी में उन्होंने कांग्रेस से अपना चार दशक पुराना नाता तोड़कर अजीत पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी में शामिल हो गए थे. प्राप्त जानकारी के मुताबिक, महज 15 दिन पहले ही उन्हें जान से मारने की धमकी मिली थी, जिसके बाद उन्हें ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी. हालांकि ये सुरक्षा व्यवस्था उनकी जान बचाने के लिए नाकाफी साबित हुई.
बाबा सिद्दीकी शनिवार रात 9:15 बजे बांद्रा ईस्ट के निर्मल नगर में कोलगेट ग्राउंड के पास अपने विधायक बेटे जीशान सिद्दीकी के ऑफिस से बाहर निकले थे, तभी 3 हमलावरों ने उन पर फायरिंग कर दी है. इन हमलावरों ने दनादन 6 गोलियां दागीं, जिनमें से 2 सिद्दीकी के सीने में लगी, जिससे उनकी मौत हो गई.
गोलीबारी के बाद तीनों हमलावर मौके से भाग निकले, लेकिन वहां कुछ ही दूरी पर तैनात पुलिस ने उनके से दो पकड़ लिया, जबकि तीसरा हमलावर वहां से बच निकलने में कामयाब रहा.
मुंबई क्राइम ब्रांच के सूत्रों ने बताया कि इनमें से एक शूटर की पहचान हरियाणा में कैथल के रहने वाले गुरमेल बलजीत सिंह के रूप में हुई है, जबकि दूसरा शूटर धर्मराज कश्यप यूपी का रहने वाला है. इन दोनों ने पूछताछ के दौरान दावा किया कि वे लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जुड़े थे. हालांकि पुलिस उनके इस दावे की तफ्तीश में जुटी हुई है.
सिद्दीकी के मर्डर केस में रविवार को चौथे आरोपी की पहचान हो गई है। उसका नाम जीशान अख्तर है। वो पंजाब के जालंधर का रहने वाला है। सूत्रों के मुताबिक, जीशान पर दूसरे आरोपियों को रहने के लिए कमरा दिलाने का शक है। वो फरार है।
इस केस में अब तक 2 आरोपियों, हरियाणा के गुरमेल और यूपी के धर्मराज को गिरफ्तार किया है। यूपी के ही एक अन्य आरोपी शिव की तलाश जारी है। मुंबई कोर्ट ने गुरमेल को 7 दिन की पुलिस रिमांड में भेजा है। धर्मराज ने खुद को नाबालिग बताया है, जिसकी जांच की जा रही है।
मर्डर के 28 घंटे बाद रविवार को लॉरेंस गैंग ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली। इस पोस्ट की जांच भी पुलिस कर रही है। इसमें लिखा है, “सलमान खान और दाऊद की मदद करने वालों को छोड़ेंगे नहीं।” इस पोस्ट में लॉरेंस और अनमोल को हैशटैग किया गया है।
लॉरेंस का नाम सामने आने के बाद सलमान खान के घर की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। लॉरेंस गैंग ने इसी साल अप्रैल में सलमान के घर पर फायरिंग करवाई थी।
बाबा सिद्दीकी की हत्या शनिवार रात को उनके विधायक बेटे जीशान के बांद्रा स्थित ऑफिस के सामने की गई थी। उन्हें तीन गोलियां मारी गईं थीं। वे इसी साल फरवरी में कांग्रेस छोड़कर अजित पवार की NCP में शामिल हुए थे। सिद्दीकी बांद्रा से 3 बार विधायक रह चुके थे।
मुंबई पुलिस ने कॉन्ट्रैक्ट किलिंग की पुष्टि की है। हत्या में शामिल आरोपियों के नाम शिव, धर्मराज, गुरमेल और जीशान अख्तर हैं। शिव और धर्मराज यूपी के बहराइच के रहने वाले हैं, दोनों का कोई पुराना क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। गुरमेल हरियाणा का रहने वाला है। जीशान अख्तर पंजाब के जालंधर का रहने वाला है। धर्मराज और गुरमेल को गिरफ्तार किया गया है। शिव फरार है। बताया जा रहा है कि उसे ही हत्या का कॉन्ट्रैक्ट दिया गया था।
शिव करीब 5-6 साल से पुणे में स्क्रैप व्यापारी के यहां काम कर रहा था। कुछ महीने पहले उसने धर्मराज को भी पुणे में बुला लिया। हत्या का कॉन्ट्रैक्ट देने वाले व्यक्ति ने शिव, धर्मराज की मुलाकात गुरमेल से कराई थी।
गुरमेल कैथल जिले का रहने वाला है। उसने अपने दोस्त के भाई की बर्फ के सुए से 52 वार कर हत्या कर दी थी। जेल में वह गैंगस्टर लॉरेंस के गुर्गों के संपर्क में आ गया। जमानत मिलने के बाद वह मुंबई चला गया। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, लॉरेंस गैंग ने ही उसे मुंबई बुलाया था।
शूटर्स ने 40 दिन बाबा सिद्दीकी की रेकी की
हरियाणा और यूपी के शूटर्स के नाम हत्या में सामने आए हैं। 3 शूटर्स में से 2 को पुलिस ने अरेस्ट किया है। एक फरार है। एक शूटर हरियाणा और 2 उत्तर प्रदेश के बहराइच के रहने वाले हैं। ये 40 दिन से मुंबई में ही ठहरे थे और सिद्दीकी के घर और बेटे के ऑफिस की रेकी कर रहे थे।
लॉरेंस से जेल में की जाएगी पूछताछ
लॉरेंस अभी गुजरात की साबरमती जेल में बंद है। उसने 14 अप्रैल को सलमान के घर के बाहर फायरिंग कराई थी। जेल में लॉरेंस से पूछताछ की जाएगी। पोस्ट के बाद सलमान खान की सिक्योरिटी भी बढ़ा दी गई है। उनके घर के बाहर अतिरिक्त पुलिस फोर्स तैनात की गई है।